अजवाइन का वैज्ञानिक नाम उम्बेलीफेरा (Umbelliferae) है। अजवाइन के पौधे के बीजों से तेल निकाला जाता है। अजवाइन का इस्तेमाल केवल सलाद और सब्जी फ्राइ करने के लिए ही नहीं होता बल्कि 5 वीं शताब्दी से ही यह एक जड़ी बूटी और घरेलू उपाय के रूप में उपयोग किया जाता रहा है। इसका उपयोग भारतीय आयुर्वेदिक औषधीय क्षेत्र में भी व्यापक रूप से किया जाता है।

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  1. अजवाइन के तेल के फायदे - ajwain oil benefits in hindi
  2. अजवाइन के तेल के नुकसान - Ajwain ke Tel ke Nuksan in hindi

यह विटामिन एविटामिन सी और विटामिन ई, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, लौह, पोटेशियम, पानी, वसा, फाइबर, सोडियम, जिंक, फास्फोरस, मैग्नीशियम और कैल्शियम का एक बहुत ही अच्छा स्रोत है। इसके अलावा इसमें नियासिन, रिबोफ्लाविन और थायामिन जैसे खनिज भी पाए जाते हैं।

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तो चलिए इसके लाभों के बारे में जानते हैं:

अजवाइन के तेल के फायदे रखें ब्लड प्रेशर को नियंत्रित - Ajwain ke tel ke fayde rakhen blood pressure ko niyntrit in hindi

एक अध्ययन के अनुसार अजवाइन के तेल में हाई ब्लड प्रेशर को कम करने वाले गुण होते हैं। इस तेल ने 16 में से 14 रोगियों में ब्लड प्रेशर कम करने में अपना प्रभाव दिखाया है। अजवाइन में पाया जाने वाला 3-एन-ब्यूटिल फाथालाइड (3 एनबी) नामक तत्व मूत्रवर्धक और वासोडिलेटर के रूप में कार्य करता है जिससे ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है। यह शरीर से अतिरिक्त पानी को निकाल देता है और नसों और धमनियों की मांसपेशियों को आराम देता है।

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अजवाइन के तेल में एपिगेनिन और आइसोक्वर्टिसिन होता है जो रक्त वाहिकाओं को उत्तेजित करके ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। इसमें फ्लेवोनोइड्स, क्यूमारिन और लिनोलेइक एसिड जैसे कई सक्रिय तत्व भी पाए जाते हैं, जो एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करते हैं।

यह तेल कोशिकाओं को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा यह रक्त को शुद्ध करने और रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने करने में भी लाभकारी है। अपने स्नान के गर्म पानी में अजवाइन के तेल की 3 बूंदें मिक्स करें। इसके अलावा किसी बर्नर, वाष्पकारक (vaporizer) या विसारक में 2 बूंद डालकर, इस तेल की सुगंध लें। यह उपाय ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।

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अजवाइन के तेल के लाभ हैं मासिक धर्म में सहायक - Ajwain ke tel ke labh hain masik dharm mein sahayak in hindi

अजवाइन का तेल उन महिलाओं के लिए बहुत ही उपयोगी है जो मासिक धर्म चक्र के दौरान दर्द और परेशानी अनुभव करती है। यह तेल ऐंठन को कम करने और मासिक धर्म के समय दर्द से राहत प्रदान करता है। साथ ही यह थकान और मतली के लक्षण कम करने में भी मदद करता है। इसके अलावा, अजवाइन का तेल पीरियड्स को नियमित रखने में लाभकारी है, क्योंकि यह पीरियड्स को स्टिमुलेट करके, गर्भाशय से पीरियड्स में होने वाले प्रवाह में किसी भी प्रकार की बाधा को रोकता है।

अजवाइन का तेल विटामिन और खनिजों में परिपूर्ण होता है। इसलिए यह पूरे शरीर में रक्त के प्रवाह को नियमित रखने में मदद करता है, गर्भाशय की मांसपेशियों को मजबूत करने में सहायता करता है और गर्भाशय संकुचन (किसी भी प्रकार की सिकुड़न) को हटाने में भी मदद करता है। कैल्शियम का एक बहुत ही अच्छा स्रोत होने के कारण, यह तेल हड्डियों और दांतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है तथा रजोनिवृत्ति के बाद ऑस्टियोपोरोसिस के प्रतिकूल प्रभाव को कम करता है।

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यदि नियमित रूप से 2.5 मिलीलीटर तिल के तेल के साथ अजवाइन के तेल की 5 बूंदों को मिक्स करके मालिश की जाए, तो यह मिश्रण मासिक धर्म में किसी भी प्रकार की रुकावट, देरी व दर्द को कम करने, रजोनिवृत्ति की समस्याओं का इलाज करने, रजोनिवृत्ति व मासिक धर्म से जुड़ी थकान तथा मूड स्विंग को कम करने में मदद कर सकता है।

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अजवाइन के तेल के गुण रखें लिवर को स्वस्थ - Ajwain ke tel ke gun rakhen liver ko swsth in hindi

अजवाइन का तेल लिवर को साफ करने में मदद कर सकता है। क्योंकि लिवर शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन करने वाले मुख्य अंगों में से एक है। इसलिए यदि डिटॉक्सिफिकेशन ठीक तरह से नहीं की जाए, तो शरीर में ऐसे हानिकारक पदार्थ जमने लगते हैं जिनसे सबसे पहले लिवर ही प्रभावित होता है।

हमारा लिवर लगातार शरीर से अपशिष्ट उत्पादों को इकट्ठा करने, तोड़ने और खत्म करने के लिए काम करता रहता है। लेकिन आजकल के खाद्य पदार्थों और पर्यावरण में बनने वाले रसायन के कारण, लिवर से भी अतिरिक्त बोझ को दूर करने की आवश्यकता है। कभी-कभी जहरीले पदार्थ इतने कठोर होते हैं कि लिवर की मदद करना बहुत ही जरुरी हो जाता है क्योंकि ये हमारे जीवन के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकते हैं।

(और पढ़ें - लिवर को स्वस्थ रखने के उपाय​)

अजवाइन के तेल का उपयोग करें गैस्ट्रिक अल्सर में - Ajwain ke tel ka upyog karen gastric ulcer mein in hindi

अजवाइन का तेल आर्गेनिक सोडियम का एक प्राकृतिक स्रोत हैं, जो पेट और आंतों की परत के लिए एक ढाल के रूप में काम करता है। अल्सर से पीड़ित चूहों पर की गयी एक 2010 की रिसर्च के अनुसार, यह तेल फ्लैवोनोइड्स और अल्कोलोइड में परिपूर्ण होता है। जिसके कारण यह गैस्ट्रिक श्लेष्मा और बेसल गैस्ट्रिक स्राव को दबाकर पेट की रक्षा करता है।

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अजवाइन के तेल का सेवन करें गठिया से राहत के लिए - Ajwain ke tel ka sewan karen gathiya se raahat ke liye in hindi

गठिया एक ऑटोम्यून्यून डिसऑर्डर है जो जोड़ों में सूजन का कारण बनता है। यह सूजन दर्द का कारण बनने के साथ शारीरिक अक्षमता का कारण बन सकती है। क्लीनिकल ​​अध्ययन के अनुसार अजवाइन में 20 से अधिक सूजन कम करने वाले एजेंट होते हैं। इसमें पॉलीसिटाइलीन नाम का एक यौगिक होता है जो रूमेटोइड गठिया, गौटी गठिया और ऑस्टियोआर्थराइटिस में होने वाली सूजन से राहत प्रदान करता है।

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अजवाइन के बीज के अर्क में 85 प्रतिशत 3एन ब्यूटिल फाथालाइड (3 एनबी) पाई जाती है, जो गठिया और मांसपेशियों के दर्द में बहुत ही उपयोगी होती है। 12 सप्ताह तक किये गए एक अध्ययन के दौरान, ऑस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ित 15 लोगों को 34 मिलीग्राम अजवाइन के बीज का अर्क दैनिक रूप से दिन में दो बार दिया गया। जिसके अनुसार पीड़ित लोगों को काफी आराम महसूस हुआ, वे अपने दैनिक कार्यों को भी आसानी से करने लगे थे।

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अजवाइन के तेल का इस्तेमाल रखें पाचन को स्वस्थ - Ajwain ke tel ka istemal rakhen pachan ko swsth in hindi

अजवाइन के बीज का आवश्यक तेल पाचन को सही रखने और पाचन अंगों का ख्याल रखने में मदद कर सकता है। इसमें पाचन को स्वस्थ रखने वाले गुण होते हैं, जो पाचन रस और एंजाइम के स्राव में मदद करते हैं। इससे हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन के पोषक तत्व आसानी से टूट जाते हैं। इस प्रकार, पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे अपच, पेट फूलना, भूख ना लगना और दस्त को रोकने में मदद मिलती है।

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इसके अलावा, अजवाइन के बीज के तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबायल गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकते है। सऊदी अरब में किंग सॉड विश्वविद्यालय के फार्मेसी कॉलेज के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए 2010 के एक अध्ययन के अनुसार, अजवाइन के अर्क में एंटी-गैस्ट्रिक अल्सर गुण होते हैं, जो पेट की रक्षा करने के साथ साथ अल्सर के विकास को रोक सकते हैं। 

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हाइपरटेंशन से बचाव करें अजवाइन का तेल - Hypertension se bachaav karen ajwain ka tel in hindi

अजवाइन का तेल एक प्राकृतिक वासोरेलैक्सेंट और एंटी-हाइपरटेंसेंट एजेंट के रूप में कार्य करता है। हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ी कुछ घातक बीमारियों जैसे डायबिटीज, एंडोथेलियल डिसफंक्शन, गुर्दे की समस्या, हार्ट फेल, मेटाबोलिक सिंड्रोम, कोरोनरी धमनी रोग और स्ट्रोक इत्यादि के जोखिम से बचाता है। इस तेल में एपिगेनिन, ल्यूटोलिन, कैम्पेरफोल, कैफीक एसिड, फेरिलिक एसिड और क्यूमरिक एसिड जैसे रासायनिक तत्व भी पाए जाते हैं, जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को आराम देते हैं और ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करते हैं।

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एशियन पैसिफिक जर्नल ऑफ उष्णकटिबंधीय बायोमेडिसिन में प्रकाशित 2013 के एक अध्ययन के अनुसार अजवाइन के तेल में एंटीहाइपर्टेन्सिव और आराम देने वाले गुण होते हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित और कम करने में मदद करने के लिए जाने जाते हैं। अपने शांत करने वाले गुणों के कारण यह उन लोगों के लिए भी बहुत ही लाभकारी है जो अपने जीवन में अधिक तनाव और चिंता का सामना कर रहे हैं। क्योंकि यह आपके भीतर शांति और स्थिरता की भावना पैदा कर सकता है।

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अजवाइन के तेल के नुकसान निम्नलिखित हैं:

  • अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो आपको इस तेल के सेवन से बचना चाहिए। अगर आप सेवन करना चाहती हैं तो सेवन से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें। (और पढ़ें - स्तनपान से जुड़ी समस्याएं)
  • यदि आप किसी भी प्रकार की बीमारी के लिए दवाई ले रहे हैं, तो अजवाइन के तेल का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
  • यदि आपका ब्लड प्रेशर कम रहता है तो अजवाइन तेल के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि यह तेल ब्लड प्रेशर के स्तर को अधिक कम कर सकता है। (और पढ़ें - हाई ब्लड प्रेशर डाइट चार्ट)
  • त्वचा पर प्रयोग करने से पहले हमेशा त्वचा पर उपयोग होने वाले किसी अन्य तेल में अजवाइन के तेल को मिलाकर फिर उपयोग करें।
  • इसके तेल के उपयोग से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है।

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