गर्भावस्था के पहले छः महीने में गर्भवती स्त्री को अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि उसके आहार में मौजूद पोषक तत्व भ्रूण के विकास में सहायक होते हैं। मां के आहार में जितनी ज्यादा से ज्यादा पोषक तत्वों की मात्रा होगी उतना ही ज्यादा शिशु स्वस्थ होगा तो आइये जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान आलू खाए जा सकते हैं या नहीं?

यह अच्छी बात है कि आलू में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं और गर्भावस्था के दौरान आलू का सेवन पूर्णतः सुरक्षित है। आलू में पर्याप्त मात्रा में फाइबर, विटामिन और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। आलू उन सभी पोषक तत्वों से प्रचुर है जो एक महिला को गर्भावस्था के दौरान चाहिए होते हैं।

(और पढ़ें - गर्भावस्था में आम खाना चाहिए या नहीं)

  1. गर्भावस्था में आलू खाने के फायदे - Pregnancy mein aloo khane ke fayde
  2. गर्भावस्था में आलू खाने के नुकसान - Pregnancy mein aloo khane ke nuksan
  3. गर्भावस्था में आलू कैसे और कितना खाएं - Pregnancy mein aloo kaise aur kitna khaye
  4. गर्भावस्था में आलू खाने की सावधानियां - Pregnancy mein aloo khane ki savdhaniyan

गर्भावस्था में आलू खाने के निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं: 

  • एसिडिटी और पाचन रोग से ग्रस्त व्यक्ति के लिए आलू बहुत फायदेमंद होते हैं।
  • आलू को मैश कर के खाने से गैस्ट्रिक एसिडिटी को कम करने में मदद मिलती है।
  • आलू में मौजूद घुलनशील फाइबर और विटामिन सीकोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं।
  • आलू में पाए जाने वाले फाइबर से कब्ज से निजात मिलती है।
  • आलू से मिलने वाले विटामिन घावों को भरने में मदद करते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाते हैं।
  • आलू में भरपूर मात्रा में पाया जाने वाला एसिड भ्रूण के मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के विकास के लिए जरूरी है।
  • गर्भावस्था के शुरुआती चरण में फोलेट युक्त भोजन करने से गर्भपात होने की संभावना कम हो जाती है।
  • आलू में फ्लैवोनॉइड होते हैं जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखते हैं।
  • आलू से मिलने वाले आयरन, कैल्शियम और पोटैशियम भ्रूण के विकास में सहायक होते हैं।
  • गर्भावस्था में आंखो के नीचे सूजन के इलाज में भी आलू असरकारक है,जो गर्भावस्था के दौरान आम हैं। कद्दूकस किए हुए कच्चे आलू को अपनी आंखों पर 10 से 15 मिनट तक रखने से ठंडक मिलती है और सूजन से भी राहत मिलती है।
  • आलू में पोटेशियम होता है, जो दिल के दौरे और उच्च रक्तचाप को कम करता है।

(और पढ़ें - क्या गर्भावस्था में अदरक खा सकते हैं)

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गर्भावस्था में आलू खाने के निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं: 

  • हरे धब्बे वाले आलू नहीं खाने चाहिए इन्हें खाने से उल्टी, दस्त आदि की समस्या हो सकती है।
  •  ज्यादा आलू खाने से मधुमेह हो सकता है। (और पढ़ें - डायबिटीज में क्या खाना चाहिए)
  • हरे आलू खाने से बच्चे में स्पाइना बिफिडा नामक जन्म दोष हो सकता है।
  • ज्यादा आलू और कंद वाली सब्जियों के सेवन से शिशुओं को भविष्य में टाइप 1 मधुमेह होने की संभावना अधिक होती है।
  • गर्भावस्था के दौरान ज्यादा आलू का सेवन करने वाली अधिक वजन वाली महिलाओं को मोटापे का खतरा होता है। 

(और पढ़ें - गर्भावस्था में फायदेमंद हेल्दी जूस)

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आलू को उबाल कर, सूप और सलाद किसी भी रूप में खा सकते हैं। भुने हुए आलू की जगह शकरकंद खाना ज्यादा बेहतर रहता है। आलू को ज्यादा नहीं खाना चाहिए क्योंकि आलू में अधिक मात्रा में मिठास पाई जाती है जिसके कारण होने वाला बच्चा मोटापे से ग्रसित हो सकता है।

(और पढ़ें - गर्भावस्था में हेल्दी जूस)

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गर्भावस्था में आलू खाते हुए निम्नलिखित सावधानियां रखें:

  • गर्भावस्था में आलू के चिप्स नहीं खाने चाहिए क्योंकि चिप्स तले हुए होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। (और पढ़ें - जंक फूड के नुकसान)
  • आलू के ज्यादा सेवन से गर्भावस्था में मधुमेह का भी खतरा रहता है।
  • हरी अंकुरित आलू नहीं खानी चाहिए।
  • सड़े हुए आलू खाने से फूड पाइजनिंग का खतरा रहता है।

आलू के गंभीर दुष्परिणाम प्रकाश में नहीं आए हैं लेकिन किसी भी खाद्य पदार्थ के अधिक सेवन के संभावित दुष्परिणामों से बचने के लिए इसे संयमित मात्रा में खाना ही ठीक रहता है। बेहतर यह भी रहेगा अगर किसी भी खाद्य पदार्थ को मां के आहार का हिस्सा बनाने से पहले चिकित्सकीय परामर्श ले लिया जाए।

(और पढ़ें - बच्चे के जन्म के बाद माँ को क्या खाना चाहिए)

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