स्लिप्ड डिस्क को प्रोलैप्सेड डिस्क भी कहा जाता है, रीढ़ की हड्डियों को झटके एवं दबाव आदि से बचाने एवं सहारा देने के लिए हड्डियों के बीच जेलनुमा डिस्क होती हैं, कई कारणों से ये डिस्क बाहर निकल आती हैं एवं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, इस स्थिति को स्लिप्ड डिस्क कहते हैं। इस समस्या के दौरान, डिस्क के आसपास की तंत्रिकाओं पर दबाव एवं सूजन भी देखी जाती है, जिस कारण भयंकर कमर दर्द, व्यक्ति को उठने-बैठने में तकलीफ, दैनिक कार्यों को भी न कर पाने की समस्या देखी जाती है। कुछ पोषक तत्व एवं भोज्य पदार्थ, स्लिप्ड डिस्क के दर्द को कम करने के साथ ही, रोग को ठीक करने में मदद करते हैं। इस लेख में हम उन्हीं के विषय में विस्तार में बात करेंगे, साथ ही एक भारतीय डाइट प्लान भी साझा करेंगे।

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  1. स्लिप्ड डिस्क के दौरान क्या खाएं - What to eat in slipped disk in Hindi
  2. स्लिप्ड डिस्क में क्या नहीं खाना चाहिए और परहेज - Food avoid in slipped disk in Hindi
  3. स्लिप्ड डिस्क के लिए भारतीय डाइट प्लान - Indian diet plan for slipped disk in Hindi

यहां हम कुछ भोज्य पदार्थ साझा कर रहे हैं, जिनका नियमित मात्रा में उपभोग करके स्लिप्ड डिस्क की समस्या को जल्दी ठीक किया जा सकता है :

साबुत मछलियां - Eat fish with bones in Hindi

हड्डियों समेत खाई जाने वाली मछलियों में कैल्शियम एवं विटामिन डी की काफी उत्तम मात्रा होती है, जो कि हड्डियों एवं जोड़ों के स्वास्थ्य लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व माने जाते हैं। ये मछलियां ओमेगा 3 फैटी एसिड से भी भरपूर होती हैं, जो कि इस समस्या के दौरान स्पाइनल डिस्क में होने वाली सूजन एवं तंत्रिका संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है। अतः अपने नियमित आहार में साबुत मछली को शामिल करके इस समस्या को ठीक किया जा सकता है।

(और पढ़ें - सूजन का आयुर्वेदिक उपचार)

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अखरोट - Walnut is beneficial in slipped disk in Hindi

शाकाहारी लोगों के लिए, अखरोट ओमेगा 3 फैटी एसिड का काफी उत्तम स्रोत होता है, जो कि इस समस्या में सूजन को कम करने एवं चोट को ठीक करने में काफी मददगार साबित होता है। कई अध्ययनों में ओमेगा 3 फैटी एसिड को तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याओं को ठीक करने के लिए भी काफी उपयोगी माना गया है, जो कि इस समस्या के सामान्य लक्षणों में से एक है। अतः इस समस्या के दौरान आप अखरोट का सेवन अवश्य करें। इसे आप चाय के साथ या वाल्ड्रोफ सलाद के रूप में या अपने मीठे भोज्य पदार्थ में डालकर आसानी से ले सकते हैं।

(और पढ़ें - सूजन को कम करने के उपाय)

रागी - Ragi good for slipped disk in Hindi

यदि आप शाकाहारी हैं एवं दूध से एलर्जी भी है, तो ऐसी स्थिति में कैल्शियम से भरपूर आहार का चयन करना काफी दुविधाजनक स्थिति हो जाती है। ऐसे में रागी का सेवन आपकी समस्या का समाधान कर सकता है। 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम की मात्रा होती है, जो कि आपके एक दिन के कैल्शियम की आवश्यकता को काफी हद तक पूरा कर सकता है। इस सुपरफूड का उपयोग आप डोसा, चीला, दलिया, पुट्ट एवं सूप आदि में डाल कर ले सकते हैं।

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अंडा - Egg helps in slipped disk in Hindi

कैल्शियम का अवशोषण, विटामिन डी के द्वारा ही हो पाता है। भारतीय जनसंख्या में विटामिन डी की कमी काफी ज्यादा देखी जाती है, जो कि कमजोर हड्डियों एवं हड्डियों से संबंधित समस्याओं का प्रमुख कारण है। ऐसे में अंडा विटामिन डी के साथ-साथ, प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन बी12, कैल्शियम आदि पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इस समस्या को ठीक करने के लिए, अपने रोज के खाने में कम से कम एक अंडे का सेवन अवश्य करें।

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संतरे - Oranges can be helpful during slipped disk in Hindi

संतरा विटामिन सी से भरपूर होता है, जो कोलेजन बिल्डर की तरह कार्य करता है। यह कोलेजन शरीर के कनेक्टिव टिश्यू जैसे कि मांसपेशियां, लिगामेंट, जोड़ों के बीच के द्रव्य एवं त्वचा के निर्माण में मदद करता है, जो कि इस दौरान हुई क्षति को ठीक करने में मदद करते हैं। इसके अलावा विटामिन सी, एक स्ट्रांग एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी जाना जाता है जो कि शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, शरीर में सूजन को कम करने एवं क्षतिग्रस्त अंगों को ठीक करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य करता है। इसके पूरे लाभ के लिए, दिन में 1-2 संतरे का इस्तेमाल अवश्य करें।

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हरी एवं पत्तेदार सब्जियां - Green leafy vegetable good for slipped disk in Hindi

हरी एवं पत्तेदार सब्जियां विटामिन K से भरपूर होती हैं। विटामिन K रक्त का थक्का बनाने, हड्डियों को स्वस्थ रखने एवं शरीर के अन्य कार्यों को करने में मदद करता है। इसके साथ ही विटामिन के कैल्शियम को आपके डिस्क से जोड़कर रखने एवं आगे होने वाले क्षति से भी बचाने का काम करता है। इसके लिए सभी मौसमी हरी एवं पत्तेदार सब्जियां जैसे कि पालक, चौलाई, मेथी, पत्तागोभी, लौकी, भिंडी आदि को सूप, दाल या सब्जी आदि के रूप में ले सकते हैं।

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दूध एवं दूध से बनी चीजें - Milk and milk product for slipped disk in Hindi

दूध एवं दूध से बनी चीजें जैसे कि दही, पनीर, छाछ आदि में कैल्शियम, फास्फोरस एवं प्रोटीन जैसे कई मुख्य पोषक तत्व होते हैं, जो कि स्पाइनल हेल्थ के लिए बहुत आवश्यक होते हैं। किन्तु इस स्थिति में, शारीरिक सक्रियता कम होने के कारण वजन बढ़ने की समस्या देखी जाती है, ऐसे में फुल क्रीम दूध से बनी चीजें वजन बढ़ाने में योगदान कर सकती हैं। अतः इस दौरान कम वसा युक्त यानी लो फैट मिल्क वाली वस्तुओं का ही चयन करें। इस भोजन का पूरा लाभ उठाने के लिए अपने हर आहार में दूध से बनी कम से कम एक वस्तु का सेवन अवश्य करें।

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हल्दी - Turmeric is beneficial in slipped disk in Hindi

आज के समय में हल्दी अपने करक्यूमिन नामक कंपाउंड के कारण एक विश्व प्रसिद्ध भोज्य पदार्थ बन गया है। करक्यूमिन अपने एंटी बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी एवं एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर गुणों के लिए जाना जाता है। इस समस्या के दौरान, स्पाइन के क्षतिग्रस्त भाग में सूजन की समस्या सामान्य तौर पर देखी जाती है। इसके लिए रोजाना 2-5 ग्राम हल्दी का सेवन सूजन एवं दर्द को कम करने के लिए काफी लाभप्रद साबित हो सकता है। इस हल्दी को आप दाल, दूध, चाय के द्वारा या कैप्सूल के रूप में ले सकते हैं।

(और पढ़ें - स्लिप डिस्क की होम्योपैथिक दवा)

ग्रीन टी - Take green tea regularly in slipped disk in Hindi

ग्रीन टी में कैटेचिन नामक एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाया है, जो कि कोशिकाओं को डैमेज से बचाव एवं सूजन को कम करने में मदद करता है। ऐसे में दिन में 1 से 2 कप ग्रीन टी का नियमित सेवन काफी फायदेमंद साबित हो सकता है, किन्तु ग्रीन टी में कैफीन भी उच्च मात्रा में पाया जाता है। इसलिए इसे खाने से तुरंत पहले या बाद में लेने से बचें। ग्रीन टी के सेवन एवं भोजन के बीच में 2 घंटे का अंतराल रखें। ऐसा करने से सभी पोषक तत्वों का पूरा-पूरा अवशोषण हो पाएगा।

(और पढ़ें - पोषक तत्व के स्रोत)

बादाम - Almond can be helpful in slipped disk in Hindi

बादाम विटामिन ई से भरपूर होते हैं, जिनका मुख्य कार्य हमारे बाल एवं त्वचा को स्वस्थ रखना, जोड़ों की कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाना, प्रजनन अंगों को ठीक से कार्य करने में मदद करना आदि होता है। बादाम में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण एवं एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होने कारण यह चोट वाली जगह के दर्द एवं सूजन को कम करने में मदद करते हैं। लेकिन कई बार हम बादाम का सही तरीके से उपयोग नहीं कर पाते, इसके सभी पोषक तत्वों का पूरा-पूरा अवशोषण हो, इसके लिए बादाम को पूरी रात भिगोकर खाने की आदत डालें।

(और पढ़ें - बादाम दूध के फायदे)

रंगीन फल - Colorful fruits for slipped disk in Hindi

रंगीन एवं मौसमी फल कई विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट का प्रचुर स्रोत होते हैं। जो कि हमारे शरीर में टूट-फूट की मरम्मत करने, कोशिकाओं के क्षतिग्रस्त होने के खतरे को कम करने एवं इस समस्या के दौरान सूजन को कम करने मदद करते हैं। मौसमी एवं साबुत खाए जाने वाले फल पोषक तत्वों का पॉवर पैक माने हैं। अतः इसे जूस या पैकेट के रूप में लेने की जगह प्राकृतिक रूप में लेने की आदत डालें। इन फलों में सेब, केला, आम, पपीता, तरबूज, खरबूजा, कीवी आदि ले सकते हैं।

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कुछ भोज्य पदार्थ स्लिप्ड डिस्क की स्थिति एवं लक्षणों को बिगाड़ देते हैं, उनसे परहेज करें। जैसे कि : 

चीनी से करें परहेज
कई अध्ययन ये बताते है कि अधिक मात्रा में चीनी का सेवन शरीर में चोट वाले स्थान पर सूजन को बढ़ा सकते हैं, जिससे तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएं बढ़ने के भी आसार बढ़ जाते हैं। ऐसे में अपनी चीनी की मात्रा को कम करने के लिए, सफेद चीनी, फलों का जूस, कोल्ड ड्रिंक, केक, पेस्ट्री, मिठाई आदि से परहेज करें। इनकी जगह मीठे के लिए फल, खजूर, गुड़, सादा नींबू पानी या छाछ का उपयोग कर सकते हैं।

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प्रोसेस्ड फूड को कहें ना
प्रोसेस्ड फूड में सोडियम, ट्रांस फैट, कई हानिकारक केमिकल की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो कि चोट वाले स्थान पर सूजन एवं दर्द को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए जैम, जेली, कैच-अप, रेडी-टू-ईट भोजन, बिस्कुट, नमकीन, फ्रेंच फ्राई, बर्गर, पिज्जा आदि से परहेज करें। इनकी जगह घर पर बना, ताजा एवं स्वच्छ भोजन लेने की आदत डालें।

शराब के प्रयोग को जल्द से जल्द करें बंद
कई रिसर्च ये बताती हैं कि शराब का नियमित सेवन करने वाले लोगों में इन्फ्लेम्शन मार्कर ज्यादा देखा गया है। ऐसे स्थिति में, यदि आप शराब का सेवन करते हैं तो इसे जल्द से जल्द बंद कर दें।

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यहां हम एक भारतीय डाइट प्लान सांझा कर रहें हैं, जिसका उपयोग स्लिप्ड डिस्क की स्थिति एवं लक्षणों को ठीक करने लिए किया जा सकता है :

सुबह खाली पेट - गुनगुना पानी (1 गिलास) + बादाम (6) + अखरोट (3-4)
सुबह का नाश्ता- केला एवं ओट्स का चीला (2) + पपीते की स्मूदी (1 गिलास)
मध्य आहार - संतरा (1)
दोपहर का खाना - मेथी का थेपला या रोटी  (2) + लौकी का कोफ्ता (1 कटोरी) + कचुम्बर सलाद  (1 कटोरी)
शाम की चाय - हल्दी की चाय (1 कप) + भूना मखाना (1 कटोरी)
रात का खाना - सब्जियों का सूप  (1 कटोरी) + मटर पुलाव  (1 कटोरी) + पनीर या फिश करी  (1 कटोरी)
सोते-समय - हल्दी वाला दूध  (1 गिलास )

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