महिलाओं में फंगल इन्फेक्शन के ज्यादातर मामले वजाइनल फंगल इन्फेक्शन के रूप में देखे जाते हैं। यह संक्रमण कैंडिडा परिवार के फंगस के कारण होता है। इस संक्रमण का इलाज एंटी फंगल दवा से किया जा सकता है। लेकिन इस संक्रमण की पुनरावृत्ति को रोकने और जीवनभर के लिए इस संक्रमण को नियंत्रित करने में आहार की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कुछ खाद्य पदार्थ इस संक्रमण में भी ट्रिगर का काम कर सकते हैं। इस लेख में, हम इस संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए भोजन के विषय में चर्चा करेंगे और इस संक्रमण के इलाज के लिए कौन से भोजन से बचना चाहिए, इस बारे में भी बताएंगे, इसके साथ ही, इस इन्फेक्शन को नियंत्रित करने के लिए एक भारतीय डाइट प्लान भी साझा करेंगे :

(और पढ़ें - कैंडिडा संक्रमण का इलाज)

  1. वजाइनल फंगल इन्फेक्शन के दौरान क्या खाएं - What to eat in vaginal infection in Hindi
  2. वेजाइनल फंगल इन्फेक्शन के लिए फल और सब्जियां - Fruits and vegetables for vaginal fungal infection in Hindi
  3. वजाइनल फंगल इन्फेक्शन में क्या ना खाएं और परहेज - What not to eat in vaginal infection in Hindi
  4. वजाइनल फंगल इन्फेक्शन के लिए भारतीय डाइट प्लान - Indian diet plan for vaginal infection in Hindi
वजाइनल फंगल इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए, क्या न खाएं और डाइट प्लान के डॉक्टर

कुछ खाद्य विकल्पों में एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं और कुछ अन्य भोज्य पदार्थ अन्य तरीकों से इस संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यहां हम उनमें से कुछ का उल्लेख कर रहे हैं, इन्हें आप अपने दैनिक आहार में लेकर इस संक्रमण को ठीक कर सकते हैं, जैसे :

ग्लूटेन फ्री डाइट - Gluten free diet for vaginal yeast infection in Hindi

कुछ अध्ययनों ने सुझाव दिया है कि ग्लूटेन युक्त भोजन लेने से हमारी आंत की रेखा को नुकसान पहुंच सकता है, जो आंत के माइक्रोबायोम में असंतुलन दे सकता है और शरीर में इन्फेक्शन को बढ़ाने का कार्य कर सकता है। हालांकि, इस सिद्धांत को मान्य करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है। यदि आप ग्लूटेन फ्री डाइट का चयन करना चाहते हैं, तो आप अपने गेहूं, राई, जौ को बाजरा, ज्वार, कुट्टू, क्विनोआ आदि से बदल कर चपाती, रोटी, केक आदि के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

(और पढ़ें - ग्लूटेन फ्री भोजन क्या होता है)

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लहसुन - How to use garlic for vaginal yeast infection in Hindi

लहसुन हमारे शरीर पर कई सकारात्मक प्रभाव डालता है। जैसे हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है, हृदय संबंधी रोगों को नियंत्रित करता है और गैस्ट्रिक के मुद्दों को भी ठीक करता है, आदि। लहसुन में एलिसिन नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो आमतौर पर एक एंटीफंगल एजेंट के रूप में उपयोग किया जाता है। इस स्थिति का इलाज करने के लिए, इसे मौखिक रूप से और लगाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। मौखिक रूप से लेने के लिए, आप कच्चे लहसुन को गोली के रूप में या अपने सलाद या चटनी में ले सकते हैं। त्वचा पर लगाने के लिए, एलिसिन युक्त क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

(और पढ़ें - खाली पेट लहसुन खाने के फायदे)

नारियल तेल - Coconut oil for vaginal yeast infection in Hindi

नारियल का तेल लॉरिक एसिड का सबसे समृद्ध स्रोत है। कई अध्ययनों ने इस संक्रमण के इलाज के लिए लॉरिक एसिड का उपयोग करने का सुझाव दिया है। इसका उपयोग आप भोजन पकाने, तड़के और नारियल तेल के द्वारा माउथवॉश के लिए कर सकते हैं।

(और पढ़ें - चेहरे पर नारियल तेल लगाने के फायदे)

हल्दी - How to use turmeric for vaginal yeast infection in Hindi

हल्दी अपने औषधीय लाभों के लिए जानी जाती है। यह एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर लाभों के लिए भी प्रसिद्ध है। कुछ साक्ष्य ये बताते हैं कि हल्दी का नियमित सेवन वजाइनल फंगल इन्फेक्शन के इलाज में मददगार हो सकता है। अपने दैनिक आहार में इस मसाले को लेने के लिए, इसे हल्दी वाले दूध या हल्दी की चाय के रूप में लें सकते हैं, अन्यथा इसे दाल या सब्जी के द्वारा भी लिया जा सकता है।

(और पढ़ें - मसाला चाय के फायदे)

खमीर युक्त आहार - Fermented food for vaginal yeast infection in Hindi

खमीरीकृत खाद्य पदार्थ प्रोबायोटिक्स से भरपूर होते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि प्रोबायोटिक्स हमारे शरीर को इस संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। प्रोबायोटिक में जीवित जीवाणु होते हैं जो हमारे शरीर में और विशेष रूप से आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया का संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। अपने नियमित आहार में प्रोबायोटिक युक्त आहार के लिए, खमीर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे इडली, डोसा, ढोकला, जलेबी, किमची, खमीर युक्त चावल (दही-चावल), और कल्चर्ड फूड जैसे दही और छाछ आदि को लेने का प्रयास करें।

(और पढ़ें - रात को दही खाना चाहिए या नहीं)

कभी-कभी एंटीबायोटिक्स पेट में मौजूद बुरे और अच्छे बैक्टीरिया को भी मार देते हैं, जिससे इस संक्रमण के बढ़ने के आसार बढ़ जाते हैं। इन हालात में, खमीर युक्त भोजन अच्छे बैक्टीरिया के संतुलन को बनाए रखने में मददगार हो सकता है।

कम कार्बोहाइड्रेट वाला आहार - Low carbohydrate diet for vaginal yeast infection in Hindi

अनियंत्रित मधुमेह वाली महिलाओं में यह संक्रमण बहुत आम है। उच्च रक्त शर्करा का स्तर योनि में फंगल संक्रमण को बढ़ा सकता है। इसलिए मधुमेह के लिए अनुकूल आहार के साथ, अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित करना, इस संक्रमण को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकता है। इसलिए अपने आहार की कम कार्ब, हाई प्रोटीन और हाई फाइबर वाले भोजन के रूप में योजना बनाने की कोशिश करें। आप मधुमेह के लिए अनुकूल आहार के रूप में साबुत अनाज, दालें और फलियां, चिकन एवं अंडे, मछली, मौसमी फल और सब्जियां आदि शामिल कर सकते हैं। इस अवस्था में एक कस्टमाइज डाइट प्लान के लिए, आप अपनी रिपोर्ट और रक्त शर्करा की रीडिंग के साथ, अपने पोषण विशेषज्ञ से परामर्श कर सकते हैं।

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कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली इस संक्रमण को बढ़ा सकती है। कुछ फल और सब्जियां आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने और इस संक्रमण को नियंत्रित करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। जैसे कि :

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फल - Fruits for vaginal yeast infection in Hindi

फल विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो हमारे शरीर को हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करते हैं। लेकिन उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फल डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जो इस संक्रमण के लिए ट्रिगर पॉइंट के रूप में काम कर सकते हैं। इसलिए यदि आप मधुमेह से पीड़ित हैं, तो ऐसे फलों का चयन करें, जिनमें कम मात्रा में शुगर हो जैसे संतरे, मौसम्बी, पपीता, सेब, अमरूद, कीवी, खरबूजा आदि, अन्यथा आप कोई भी रंगीन और मौसमी फल चुन सकते हैं।

(और पढ़ें - डायबिटीज के लिए व्यायाम)

सब्जियां - Vegetables for vaginal yeast infection in Hindi

सब्जियां फाइबर, विटामिन और मिनरल से भरपूर होती हैं जो हमारे शरीर को एक अच्छा ब्लड शुगर लेवल बनाए रखने में मदद करती हैं, शरीर का वजन स्वस्थ बनाए रखती हैं और हमारे प्रतिरक्षा स्तर को बढ़ावा देती हैं। इस संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए बिना-स्टार्च वाली सब्जियों का चयन करना मददगार साबित होता है। इसलिए अपने दैनिक भोजन में पालक, लौकी, मेथी के पत्ते, भिंडी, टमाटर, बैंगन आदि शामिल करे।

(और पढ़ें - वजन कम करने के उपाय)

कुछ खाद्य विकल्प इस संक्रमण को बढ़ाने का कार्य करते हैं। उन खाद्य विकल्पों से बचने की कोशिश करें। जैसे कि :

रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट - Avoid refined carbohydrates for vaginal infection in Hindi

कई अध्ययनों ने सुझाव दिया है कि रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट इस संक्रमण को बढ़ा सकते हैं। चूंकि ये उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड होते हैं, जो कि ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकते हैं और इस संक्रमण को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। इसलिए उन खाद्य विकल्पों से बचने की कोशिश करें, जिनमें रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट हो जैसे कि मैदा, सफेद चावल, सफेद चीनी, शुगर सिरप, फलों का रस, कार्बोनेटेड पेय, बिस्कुट, केक आदि, आप इन खाद्य पदार्थों को हेल्थी और घर पर पकाए भोजन से रेप्लस कर सकते हैं।

(और पढ़ें - ब्राउन राइस के फायदे)

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कैफीन - Avoid caffeine in vaginal infection in Hindi

बहुत अधिक कैफीन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को खराब कर सकती है, जिससे इस संक्रमण की पुनरावृत्ति के आसार बढ़ जाते हैं। इसलिए अपने कैफीन युक्त पेय को बिना कैफीन वाली ग्रीन टी, हर्बल टी, नींबू पानी, छाछ आदि से बदल सकते हैं।

डेयरी प्रोडक्ट - Avoid dairy products in vaginal infection in Hindi

डेयरी प्रोडक्ट्स को लेकर कई मिश्रित साक्ष्य उपलब्ध हैं, जो कहते हैं कि लैक्टोज से भरपूर डेयरी उत्पाद पाचन तंत्र में पीएच स्तर को कम करके फंगस के विकास को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में आप अपने ट्रिगर पॉइंट की जांच कर सकते हैं, यदि यह खाद्य समूह आपके लिए संक्रमण बढ़ाने का काम कर रहा है, तो डेयरी युक्त आहार से परहेज करने की कोशिश करें। आप अपने डेयरी उत्पादों को सोया और बादाम से बने दूध उत्पादों से बदल सकते हैं।

(और पढ़ें - बादाम खाने का सही तरीका)

एक भली भांति प्लान किया हुआ डाइट आपको इस संक्रमण को नियंत्रित करने और आपके शरीर को इस इन्फेक्शन की पुनरावृत्ति से बचाने में मदद कर सकता है। यहां हम सैंपल डाइट प्लान साझा कर रहे हैं, इसे आप वजाइनल फंगल इन्फेक्शन को नियंत्रित करने के लिए फॉलो कर सकते हैं :

सुबह खाली पेट - गर्म पानी (1 गिलास) + बादाम (5-6) + अखरोट (2-3)
सुबह का नाश्ता - सब्जियों वाला बेसन चीला (2) + हरी चटनी (2 चम्मच)
मध्य भोजन - सेब (1 छोटा)
दोपहर का खाना - सलाद (लहसुन और जैतून के तेल की ड्रेसिंग के साथ) (1 छोटी प्लेट) + ब्राउन राइस पुलाव (1 कटोरी) + लौकी कोफ्ता (1 कटोरी)
शाम की चाय - हल्दी की चाय (1 कप) + भुना हुआ मखाना (1 कटोरी)
रात का खाना - रागी डोसा (2) + सांबर (1-2 कटोरी)
सोते समय - हल्दी वाला दूध (1 गिलास)

Dt. Priti Kumari

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आहार विशेषज्ञ
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Dt. Sonal jain

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Dt. Rajni Sharma

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